Not known Factual Statements About Shiv chaisa
Not known Factual Statements About Shiv chaisa
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कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते लिरिक्स व वीडियो ( राम जी के साथ…
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
॥ शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा…॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
Shri Shiv Chalisa is vital as it retains an unconditional hymn that is devoted to Lord Shiva. During the chalisa, there are 40 verses that praise and invoke the blessings of Lord Shiva. The Chalisa functions for a connector to attach devotees to your divine Electricity of Lord Shiva and acquire his pilotage, blessings, and protections.
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
शिव मंदिर में दीप जला के करलो मन उजियारा…
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब Shiv chaisa प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥